June 12, 2018

हमे हुकुमरान क्यों बनना है?? - मान्यवर साहब कांशीराम

मान्यवर कांशीराम साहब का दिसम्बर 1985 में नागपुर में दिया गया ऐतिहासिक भाषण :

में जब भी हमारे बहुजन समाज के लोगो से मिलता हु तब उन्हें हुकुमरान बनने के लिए कहता हु.. 

हजारो सालो से अत्याचार और जुल्म सहने वाले हमारे बहुजन समाज के लोग हुकूमरान बनना नहीं चाहते बल्कि मनुवादी लोगो के चमचे/दलाल बनना ज्यादा पसंद करते है और मुझसे सवाल करते है की, 

"हमे हुकुमरान क्यों बनना है..?
तब मै उनसे कहेता हु की, 
हुकुमरान समाज की बहेन-बेटियो की इज्जत नहीं लूटी जाती है..
हुकुमरान समाज पर कभी कोई अत्याचार नहीं कर सकता है..
हुकुमरान समाज के साथ के साथ कोई किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं कर सकता.."

मैंने हुकुमरान समाजो को देखा है.. मुग़ल, पठान, और इस देश के 15% कहलाते उच्च जाती के लोग सदियो से हुकुमरान रहे है..  मुघलो, पठानों और 15% कहलाती उच्च जाती के लोगो की बहेन-बेटियो की इज्जत नहीं लूटी जाती.. और ना ही कोई उनसे अन्याय कर सकता है, क्योंकि वो इस देश के हुकुमरान बने रहे है.. 

डो. आंबेडकर साहब ने भी चिल्ला चिल्ला कर कहा, और मै भी कह रहा हु, 
"हुकुमरान बनो.. हुकुमरान बनो.."
"हुकुमरान बनोगे तब तुम लेने वाले नहीं देने वाले बनोगे.. तभी तुममे आत्म-सन्मान और स्वाभिमान की भावना पनपेगी.. तभी तुम्हारी समस्याओ का समाधान होगा.. "

अगर मनुवादी समाज की चमचागिरी/दलाली करते रहोगे तो आर्थिक लाभ तो होगा पर तुम्हारी गुलामी और लाचारी कभी ख़त्म नहीं होगी.. 




डो. बाबासाहब के कारवां को उस गति से आगे बढ़ाओ की हमारे समाज में चमचो की पैदावारी ही ख़त्म हो जाए और हमारे समाज लोगो को चमचा बनने की कभी नौबत ही न आये.. बल्कि 15% कहलाते उच्च जाती के लोग आपके चमचे बनने को लाइन लगा दे.. 

ये मत सोचो की तुम्हारे पास धन नहीं है, इसलिए तुम हुकुमरान नहीं बन सकते.. तुम जरूर हुकुमरान बन सकते हो.. हुकुमरान बन्ने के लिए धन की नहीं वोट की ताकत चाहिए, जो तुम्हारे पास भारी मात्रा में पड़ी है.. पर तुम्हारी इस ताकत को समाज के चमचे बहा ले जाते है, और फिर वही हश्र, गुलामी /लाचारी का सिलसला चालु रहता है..

इस लीऐ सोचो.. सोचो.. अपने दीमाग पर जोर दो..  चमचो का खात्मा उनको handle करने वाले हाथो के खात्मे से ही होगा.. चमचो को handle करने वाले हाथो को अपनी वोट की ताकत से तोड़ दो.. चमचो का खात्मा अपने आप हो जाएगा.. 

अगर अपनी आनेवाली पिढ़ी को गुलामी/लाचारी मुकत स्वाभिमान भरा जीवन देना चाहते हो, तो
हुकुमरान बनो..
हुकुमरान बनो..
हुकुमरान बनो..

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