May 10, 2018

बौद्ध जीवन मार्ग क्या है??


कुशल कर्म करो। अकुशल कर्मो में भागीदार न बनो। कोई अपराध न करो। यही बौद्ध जीवन मार्ग है। तृष्णा व कामवासना से वशीभूत न होना। यही बौद्ध जीवन मार्ग है। किसी को ठेश मत पहुंचाओ। किसी से द्वेष मत करो। यही बौद्ध जीवन मार्ग है। 

क्रोध मत करो। शत्रुता को भूल जाओ। अपने शत्रुओं को मित्रता से जीतो। यही बौद्ध जीवन मार्ग है। मनुष्य वैसा ही होता है, जैसा उसका मन उसको बना देता है। सन्मार्ग पर बढ़ने के लिए मन को साधना पहला कदम है। बौद्ध जीवन मार्ग में यह मुख्य शिक्षा है। यदि किसी मे अपनापन है तो उसे स्व-विजयी होना चाहिए। यही बौद्ध जीवन मार्ग है।

प्रज्ञावान बनो, न्यायशील रहो, और अच्छी संगति रखो। यही बौद्ध जीवन मार्ग है। प्रत्येक काम करते समय जागरूक रहो, प्रत्येक काम मे सोच विचार से काम लो; हर विषय मे अप्रमादी और उत्साही रहो। यही बौद्ध जीवन मार्ग है। अपने जीवन के उद्देश्य को, दूसरे के बड़े अर्थ के लिए भी न छोड़ो। जब एक बार अपना उद्देश्य स्पष्ट हो जाए तो उसे दृढ़तापूर्वक पकड़कर आगे बढो। यही बौद्ध जीवन मार्ग है।

संदर्भ : बाबासाहब डॉ आंबेडकर लिखित "बुद्ध और उनका धम्म"

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